04-03-18

04-03-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 14-04-83 मधुबन “सम्पन्न आत्मा सदा स्वयं और सेवा से सन्तुष्ट” आज दूर देशवासी बच्चों से मिलने के लिए बच्चों के साकारी लोक में साकार का आधार ले बच्चों को और इस साकारी पुरानी दुनिया को भी देख रहे हैं। पुरानी दुनिया अर्थात् हलचल की दुनिया। बापदादा हलचल के दुनिया … Continue reading 04-03-18